कविता
कविता… क्या होती है कविता?
मन की भावनाओंका का दर्पण होती है
अल्फाजोंका समर्पण होती है
कभी हसाती, कभी रुलाती है
कविता… जो दिल को छू जाती है |
कवी के मन की कल्पना होती है
समंदर में उठती जैसी लहरे होती है
मेहकती जैसी फुलो की बगिया होती है
कविता.. जो दिल को लुभाती है |
कभी दोस्ती का पैगाम होती है
कभी जिंदगी बयान करती है
समझो तो आसान लगती है
कविता… जो दिल से निकलती है |
कभी अकेलेपन का साथी होती है
कभी मेहफिल कि शान होती है
अपने पराये कभी भेद ना करती है
कविता… जो दिल से अपनी लगती है |
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