कोरोना काल
आओ हम मिलकर इस संकट को दूर भगाएं
कोरोना काल में हमने कितने संकट उठाएं
ऑक्सीजन कितना अहम है
यह कोरोना ने सबक सिखाया है
काटते रहे हम पेड़ों को बेवजह ही बेरहमी से
इनकी सच्ची कीमत हमने जानी ही नहीं
जरा ना सोचा यही है हमारी सांसों का खजाना
एक-एक सांस को जब तरसने लगा मानव
तब हमने पेड़ों की अहमियत को पहचाना
आओ अब मिलकर एक नन्हा सा पौधा लगाएं
फिर से अपनी पीढ़ी के लिए स्वच्छ सांसो का इंतजाम कर जाए
एक दिन यही नन्हा पौधा
बड़ा होकर पेड़ बन जाएगा
देगा ठंडी हवा और पर्यावरण स्वच्छ बनाएगा
यह तो बेजुबान है
केवल देते हैं प्राणवायु
यही प्राणवायु हमारी जान है
यही हमारी जिंदगी की शान है
आओ वन महोत्सव मनाए
मिलजुल कर हम पर लगाएं
जो हमें प्रकृति से मिला है
वह सब हम प्रकृति को वापस लौट आए
वन इस जीवन की सुरक्षा का आधार
वन से ही खुलता है सबके जीवन का द्वार
वन से ही मिलती प्राणियों को पानी की बौछार
वन से ही होती हम सब की सांसे साकार
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