गीतिका

संदर्भ:- वर्तमान में परिवार की परिभाषा …
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बदल गये रिश्ते नाते बदल गया परिवार
बदल गये रीति रिवाज बदल गया घरबार |
सिमित हुआ संबंध नही पहले वाली बात
गांठ पाल मन में रखते पर करे प्रेम उद्गार ||

मियां बीबी बच्चे साला साली साढू के साथ
छूट गये माता पिता और भाई बहन के हाथ |
परिचर्चा झूठी कहते कि थकी बहू कर काज
फुरसत नही जिनको ब्यूटी पार्लर से आज ||

है अपवाद कोई जो खाते इक थाली मे आज
करते साले और ससुर के बदले भाई पर नाज |
भेद – भाव की बनी हुई है वृहदाकार दीवार
हम दो और हमारे दो बस यही सकल संसार ||
उपाध्याय…

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