जितने बदले नंबर तुमने

जितने बदले नंबर तुमने
——————————
जितने बदले नंबर तुमने
हर नंबर तेरा मिल सकता ,
स्वाभिमान है बीच में आता है,
क्योंकि तुने ही मुझे ठुकराया है,
मत सोच हमें कोई नहीं मिल सकता,
पहले ,
अब भी ,
मिले थे ,कईयों चेहरे,
खुदा ही जाने क्यों तेरा चेहरा भाता है,
रोने के लिए या-
कुछ करने के लिए,
खुदा ने ऐसा दिन दिखलाया है,
बस इतना किसी के फोन से कह दे,
हां जहां भी हूं ,खुशहाल हूं मैं,
क्योंकि बीत गए वर्षों मेरे
खबर तेरी नहीं पाया हूं
——————————–
**✍ऋषि कुमार ‘प्रभाकर’—-

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

+

New Report

Close