Categories: शेर-ओ-शायरी
Tags: #shayri
UE Vijay Sharma
Poet, Film Screenplay Writer, Storyteller, Song Lyricist, Fiction Writer, Painter - Oil On Canvas, Management Writer, Engineer
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हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
रमता योगी बहता पानी
JAY SHRI RAM वृक्ष कबहुँ नाही फल भखे, नदी ना संचे नीर परमारथ के कारण साधुन धरा शरीर ।। ———————————————– रमता योगी बहता पानी कभी…
मोर रंग दे बसंती चोला, दाई रंग दे बसंती चोला
ये माटी के खातिर होगे, वीर नारायण बलिदानी जी। ये माटी के खातिर मिट गे , गुर बालक दास ज्ञानी जी॥ आज उही माटी ह…
तेरा सजदा – 18
तेरा सजदा – 18 कोई तुझे बस ख़ुद में जपता कोई तुझे हर शय में जपता ….. यूई
तेरा सजदा – 26
तेरा सजदा – 26 कोई तुझे सूख में ही जपता कोई तुझे बस दुःख में जपता ….. यूई
shaandaar sir 🙂