तेरा सजदा – 53

तेरा सजदा – 53

         

कोई दूसरों को बछाने हेतू काँटों का ताज पहनता

कोई दूसरों को गिराने हेतू काँटों की राह् बनाता

                     

                                   ….. यूई

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