दोस्त और दोस्ती
ज़िन्दगी का एक अभिन्न अंग है वो कहलाता,
हर किसी को लगता प्यारा दोस्ती का नाता ||
किंतु एक सच्चा दोस्त ही है दोस्ती को सार्थक बनाता,
जिसके बिना मुश्किल लगता है जिंदगी का गुजारा ||
हर किसी की जिंदगी में दोस्ती की अलग परिभाषा होती है,
किसी कि पक्की तो किसी कि गहरी होती है ||
दोस्ती ना रंग – रूप ना अमीर – गरीब देखती है,
वो तो सभी भेदभावों से परेह होती है ||
दोस्ती की परंपरा युगों से चली आ रही है,
तभी तो श्री कृष्ण को भी सुदामा की दोस्ती बहुत प्यारी है ||
तो दोस्तों यूं ही जारी रखना अपनी यारी,
जिसे याद करे यह दुनिया सारी ||
आप सभी को मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
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