दोहे =अच्छे भाव

आए अच्छे भाव जब, सुख उपजे सब ओर
सुंदर सब लगने लगे, जैसे वन से मोर
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मेरा मेरा मत करो, भूलो ना उपकार
तन मन धन जो कुछ मिला, ईश्वर के अवतार

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