प्रार्थना

घऽरे में रहबय कतेक दिन पिया
ई कोरोना कें डऽर सॅ।
बाल बच्चा सुरक्षित रहथि सदा
तेॅ न निकसब घऽर सॅ।।
भुक्खल नेना भुक्खल हमसब
जीबय कतेक दिन।
अमृत समान दूध पानि सॅ
काटब कुछेक दिन।।
कतेक दिन ई दूध पानि सॅ
जीवन बचायब।
जहिया धरि मैया सॅ शक्ति
हम पायब।।
आय मन्दिरो में 🔐 लगेलक पिया
ई शरधुआ कोरोना।
आपदा काल मंदिर में मैया कहाँ।
आय दिल सॅ बजाबू तनिका अहाँ।।
बनिकय भौरा भवानी भूपर एती।
साग बनिकय सकल कष्ट हरती।।
महामाया हरू कष्ट जगत कें अहाँ।
ई विनती ‘विनयचंद ‘ केॅ सूनू अहाँ।।

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