“मैहर वाली माई”
मैहर वाली माई के ,
मनावै के होई |
जागि जागी जगत के ,
देखावै के होई |
दुनिया में माई को ,
बतावै के होई |
नारियल माला फूल ,
चढ़ावै के होई |
माँ की ममता गितिया ,
सुनावै के होई |
निमिया दरिया पालना ,
झुलावै के होई |
माई के चुनरी ,
चढ़ावै के होई |
bahut sundar 🙂
Ritika bansal replied जी हार्दिक अभिनंदन
धन्यवाद !
“माँ का दूध? ”
तिमिर को हटाकर ,
देश को बता रहा |
माँ का पीया दूध अब,
देश को दिखा रहा|
खुद तो गुन-गुना रहा,
आपको समझा रहा|
देश है हमारा यहरहा ,
पी ओ के जमी हमारी रही|
वाह