Categories: शेर-ओ-शायरी
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कोरोना वायरस काल २०२०
कोरोना वायरस काल २०२० —– — —— – ———— कोरोनावायरस दुनिया को अपने आगोश में लेता जा रहा था बात अप्रैल माह की कर रहा…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
गीत – मेरे होने लगे |
गीत – मेरे होने लगे | आपके होकर खुद खोने लगे | धीरे -धीरे आप मेरे होने लगे | हर घड़ी ख्याल आपका है आता…
समय
समय बदलने लगा तो खेल बदलने लगे, दोस्त साथ घूमना और बाहर निकलना भूलने लगे, खिलौने भी बदलने लगे खिलाड़ी भी बदलने लगे, जो संग…
जैसे रहता हो समुन्दर तन्हा, किनारों की तरह…….
पहली मोहोब्बत का तकाज़ा क्या करे हम वो मिला था हमको बहारों की तरह दीवानगी इस से बढ़ कर और क्या होगी हमने चाहा था…
Good