लकीरों की तरह……..

अब इसे किस्मत का तकाज़ा कहे,या बेरुखी दिल की
के लोग भी अब बदलने लगे, हाथों की लकीरों की तरह…………….!!

                                                                 ………………….D K

Related Articles

समय

समय बदलने लगा तो खेल बदलने लगे, दोस्त साथ घूमना और बाहर निकलना भूलने लगे, खिलौने भी बदलने लगे खिलाड़ी भी बदलने लगे, जो संग…

Responses

+

New Report

Close