Categories: काव्य प्रतियोगिता, हिन्दी-उर्दू कविता
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दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
सोंच में बदलाव करें
चलो एक नये कोने की तलाश करें उदासियो को हटा, सोंच में बदलाव करें । खुद को नये सिरे से गढ़े अबतक खुद के लिए…
यह कैसा नया साल है
यह कैसा नया साल है, यह कौनसा नया साल है ना मौसम खुशगवार है, ना छाई वासंती बहार है ना फसलें नयी आई है, संग…
वादियाँ मुस्कुराऐंगी…..|
——————————– कहतें हैं-बदलाव प्रकृति का नियम है तभी तो, बदलता रहता मौसम है सिलसिला बदलाव का प्रखर हो चुका बेहतर से बदत्तर और भी बदत्तर…
भाई जैसा मेरा दोस्त और उसकी दोस्ती
दोस्तों, फ्रेंड्स तो सबके होते है, मेरे भी है और आपके भी होंगे, परन्तु एक अच्छा और सच्चा मित्र किस्मत वालों को ही मिलता है।…
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