जिसकी आँख की सर्दी मुझे माकूल करती है
उसीकी आँख की नर्मी मुझे मकबूल करती है
पता है उसको कि ये मुमकिन नही लेकिन
न जाने क्यो मुझ से वो अभी तक प्यार करती है
Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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best line आँख की नर्मी मुझे मकबूल करती है wah
धन्यवाद
simply beautiful 🙂
धन्यवाद
वाह
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