Categories: शेर-ओ-शायरी
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
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वंदेमातरम् गाता हूँ
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मिस्टर लेट लतीफ
हरेक ऑफिस में कुछ सहकर्मी मिल हीं जाएंगे जो समय पर आ नहीं सकते। इन्हें आप चाहे लाख समझाईये पर इनके पास कोई ना कोई बहाना…
उम्दा लेखन
जी शुक्रिया
very nice😊👏👍
बहुत धन्यवाद आपका
बहुत ख़ूब
धन्यवाद जी
खूब
धन्यवाद सर
बहुत ही उम्दा
शुक्रिया प्रतिमा जी
हाँ जी आजकल थोड़ा वक्त कम मिल पाता है..बहुत शुक्रिया आपका