Categories: शेर-ओ-शायरी
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एक वक़्त वो भी था
पिछले साल की बात 2020 का एक वक़्त वो भी था, एक वक़्त वो भी था, जब हम अजनबी हुआ करते थे, एक वक़्त वो…
नया साल और मेरा प्यार
नया साल और मेरा प्यार….. अक्सर तेरे ख़्यालों में शाम हो जाया करती थी, अब एक साल और बीत चला तेरे इंतज़ार में, काश कि…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
असमंजस में पड़ा इंसान
किस असमंजस में पड़ा इंसान। किस दोराहे पे खड़ा इंसान ।। दौलत के रिश्ते हैं, रिश्तों की यही अहमियत है । वक्त के साथ अपने,…
कयानात
काली स्याह जुल्फे तेरी, काली घटा पे कयामत ढाती है। गर बिखरा दे अपनी जुल्फ, मेरी कयानात में रौशनी आ जाती है।।
Nice
Thank you
सुंदर
हार्दिक धन्यवाद सर
सुन्दर
धन्यवाद सर
बहुत सुंदर भाव
धन्यवाद सर
बहुत सुंदर
Bahut bahut dhanyawad
Beautiful
Thank you
बहुत सुंदर भाव
धन्यवाद सर
Bhavuk rachana
हार्दिक धन्यवाद
Har waqt ek sa nhi rahta
हार्दिक धन्यवाद