Categories: शेर-ओ-शायरी
Related Articles
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…
मेरी अधूरी प्रेम कहानी
हजारों वजह है तेरे पास मुझसे दूर जाने की , एक वजह मुझे भी दे दो अपने पास आने की ! वादा है मेरा की…
खता
लम्हों ने खता की है सजा हमको मिल रही है ये मौसम की बेरुखी है खिजां हमको मिल रही है सोचा था लौटकर फिर ना…
दोस्ती से ज्यादा
hello friends, कहने को तो प्रतिलिपि पर ये दूसरी कहानी है मेरी लेकिन सही मायनो मे ये मेरी पहली कहानी है क्योकि ये मेरे दिल…
वाह वाह, अतिसुन्दर
बहुत बहुत धन्यवाद पीयूष जी
वाह, बहुत ही खूबसूरती से मानवीय मनोभावों का चित्रण किया है। श्रृंगार के वियोग पक्ष की झलक है। सुन्दर भावाभव्यक्ति
सुंदर समीक्षा हेतु सादर धन्यवाद सर🙏
बहुत खूब वाह
बहुत बहुत धन्यवाद जोशी जी 🙏
बहुत ही खूबसूरती से हृदय के भाव स्पष्ट किए गए है । विरह वेदना का सटीक वर्णन ।
Thanks Allot seema
सुन्दर अभिव्यक्ति
सुन्दर अभिव्यक्ति
सुन्दर अभिव्यक्ति
बहुत धन्यवाद
अतिसुंदर
बहुत बहुत धन्यवाद आपका भाई जी 🙏 सादर आभार