क्यों रखना है भेद

मत भूलो सब एक हैं, क्यों रखना है भेद,
मानव हैं मानव सभी, क्यों रखना संदेह।
क्यों रखना संदेह, न कोई बड़ा न छोटा,
भेदभाव ने मनुज कुल का गला है घौंटा।
कहे सतीश सब एक, देख यह जन्म और गत,
सभी एक से मानव हैं तू भेद बना मत।

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Responses

  1. कहे सतीश सब एक, देख यह जन्म और गत,
    सभी एक से मानव हैं तू भेद बना मत।
    ___________ सभी मनुष्य को एक समान मानती हुई, और किसी में भी भेदभाव न करने की प्रेरणा देती हुई कवि सतीश जी की बहुत ही श्रेष्ठ रचना, समाज को सुंदर साहित्य प्रदान करती ..अति उत्तम रचना

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