वीर सैनिक

देश की सीमा में तैनात होकर बगुला सा ध्यान लगाते हैं
आतंक की मछहालियो को वन्दूख की गोलियाँ से चबाते हैं
मुस्कुराते रहे मेरे देश के सब लोग सदा
देश की आन बान और शान के लिए सर्वस्व न्योछावर कर जाते हैं

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अपहरण

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Responses

  1. काव्य सौंदर्य और कलापक्ष उच्चकोटि का है। उत्तम शब्दावली उत्तम नाद गुणवत्ता, लयबद्धता वाह वाह

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