Aurat ki gehan
#एक_लड़की_से_मैने_पुछा:- तुमने यह Artificial Ear #Rings_Locket_aur_Ring क्यों पहनी है। तुम्हारे Branded 👌🥼👕कपड़ो से तो तुम गरीब नहीं लग रही।
#लड़की_बोली:- आज कल #असली गहने पहनने का जमाना नहीं, गली गली 🤺🤺चोर घुम रहे है। घरवाले पुलिस वाले हर कोई मना करता है असली पहनने को।
#मैने_पूछा – पर कोई तुम्हें ऐसा करने से कैसे रोक सकता है, जबकी यह तुम्हारा अधिकार(Rights) है।
कानून भी तुम्हे ऐसा करने से नहीं रोक सकता। फिर तुम पर ऐसी पाबंदी क्यों?
लड़की बोली:- तुम ,🤔😲पागल तो नही हो गए। आज कल गली #गली_चोर_बदमाश 🤺🤺घूम रहे है, क्या मे इतने कीमती #जेवर ऐसे ही ले कर या पहन कर चलूं अधिकार(Rights) तो तुम्हे याद है
मैने बोला:- मै तुम्हे यही बताना चाहता था। तुम्हारे शरीर/तुम्हारी इज्जत से कीमती 👩⚕️गहना कोई नहीं। सोने चांदी हीरे के गहने तो तुम छुपा कर रखती हो पर अनमोल गहने की तुम नुमाइश कर रही ही।
जबकी तुम्हे भी पता है गली गली दरिंदे 🧟🧟हैवान घूम रहे है।
छोटे कपड़े पहनना तुम्हारा अधिकार(Rights) है, पर जैसे तुम सोना चांदी के गहनों को संभालना अपना कर्तव्य (Duty) समझती हो वैसे ही इज्जत को पर्दे में रखना तुम्हारा कर्तव्य (Duty) है। चोर हो या बलात्कारी उन्हें शिक्षा/संस्कार/इज्जत से कुछ लेना देना नहीं। हमें खुद ही संभाल कर चलना पड़ेगा।
अपनी आँखों पर से पश्चिमी सभ्यता (Western Culture) का चश्मा उतारना होगा। नारी के जरा से वस्त्र खींच लेने मात्र पर ” महाभारत ” लड़ने वाले आज देश की दुर्दशा देखिये…..!
” आज उसी नारी को दुपट्टा लेने को बोल दो तो ” महाभारत” हो जाती है।
By chhotu kothay…
Very nice
विचारणीय है
वाह
बिल्कुल सही👍
वाकई विचारणीय है
Nice
सुन्दर
भाव विचारणीय है किन्तु पूर्ण समर्थन नहीं करता मैं इस तथ्य का।
अच्छी बात है सभ्य कपड़े पहने चाहिए ,मगर हैवान या बलात्कारी ये नहीं देखता कि उसने कैसे कपड़े पहने हैं,
अरे वो छोटी सी गुड़िया जिसको कपड़ों के बारे में कुछ पता भी नहीं था उसके बारे में क्या कहेंगे आप
हर हैवानियत की सजा फांसी करा दो ,आप फिर देखते हैं कैसे होते हैं बलात्कार
इसके लिए जिम्मेदार है कानून व्यवस्था । और नारी के प्रति लोगों की सोच
सही कहा आपने 👍👍
विचारों को समर्थन देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद! प्रिया जी एवं सतीश सर🙏
उचित कथन