neelam singh
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neelam singh commented on the post, तान छेंड़ मुरली की गीत नया गा गया ( माधुर्य से अलंकृत ) 6 days, 1 hour ago
सुंदर शब्दावली तथा शिल्प
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neelam singh commented on the post, तान छेंड़ मुरली की गीत नया गा गया ( माधुर्य से अलंकृत ) 6 days, 1 hour ago
तान छेंड़ मुरली की
गीत नया गा गया
मेरी झुर्रियों भरे
यौवन में कसाव आ गया
पपीहे पीह-पीह
बजने लगी जब
कान बीच
मृदंग बजे जीवन में
यों उछाल आ गया
मटकी धर सीस
चली कुंज गली राधिका
अधरों धर मुरली…
ध्वन्यात्मक, लयबद्ध कलात्मक माधुर्य पूर्ण रचना
श्रीकृष्ण और गोपियों के प्रेम पर लिखी सुंदर कविता -
neelam singh commented on the post, खबर ले ले 6 days, 1 hour ago
आपकी कविता पढ़कर यही लगता है कि काश कोई होता….!!!!
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neelam singh commented on the post, “मेरे वाचन में हो सच्चाई” 6 days, 1 hour ago
मेरे वाचन में हो सच्चाई
व्यक्तित्व में हो अच्छाईहे देव ! मुझे ऐसा वर दो
मुझको मानवता दे दिखलाईना कभी किसी का दिल तोड़ूं
किसी पर आई आंच को सिर ले लूं..आपकी यह कविता पढ़कर आपकी हृदय की गहराई का पता चलता है
जिसमें सबके लिए स्नेह भरा है
सुंदर वरदान मागती कवि प्रज्ञा जी रचना -
neelam singh commented on the post, ओ रोशनी ! चली आ…. 6 days, 1 hour ago
प्रेरणादायक रचना
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neelam singh commented on the post, ओ रोशनी ! चली आ…. 6 days, 1 hour ago
ओ रोशनी! चली आ
बीता तम
हुआ सवेरा
जगमग कर दे यह जग
ओ प्रकाशपुंज !
भर प्रकाश जीवन में
पुष्पों की लालिमा से
महक उठे यौवन..वाह प्रज्ञा जी श्लेष, उपमा, अनुप्रास तथा विशोक्ति अलंकार का सुंदर प्रयोग
प्रगतिवाद और आधुनिकता का अद्भुत समन्वय किया है आपनेबहुत ही सुंदर प्रोफेशनल रचना
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neelam singh commented on the post, तेरी खामोशियां 1 week ago
अति सुंदर रचना
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neelam singh commented on the post, मैं फिर भी तुमको चाहूंगी (साहित्य को समर्पित) 1 week ago
बहुत सुंदर भाव
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neelam singh commented on the post, “साहित्य है समाज का दर्पण” 1 week ago
वाह बहुत खूब
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neelam singh commented on the post, हम रचयिता हैं, हम कालिदास हैं… 1 week ago
काव्य को लेकर सुंदर व्याख्या की है कवि प्रज्ञा जी
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neelam singh commented on the post, कोरोना का कहर, हर गली हर शहर 1 week ago
कोरोना को संज्ञान में लेकर लिखी गई
सुंदर रचना -
neelam singh commented on the post, “परिपक्व बंधन” 1 week ago
किसी से नाराजगी व्यक्त करती तथा उसे याद करती हुई रचना
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neelam singh commented on the post, सिसक रही तन्हाई, अब साथी से क्या होगा ???? 1 week ago
वाह!!
लोकप्रिय कवि प्रज्ञा जी का अद्भुत लेखन
काबिलेतारीफ है -
neelam singh commented on the post, “नारी का सम्मान” 1 month ago
प्रतियोगिता में प्रथम आने की हार्दिक बधाई हो आपको…
हमको आपसे यही आशा थी…
उम्मीद है आगे भी आप उच्चकोटि की रचना लिखेंगी -
neelam singh commented on the post, चाँद ओढ़नी ओढ़ के देखो मेरी छत पर आया है 1 month ago
आप वाकई प्रतिभावान हो
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neelam singh commented on the post, चाँद ओढ़नी ओढ़ के देखो मेरी छत पर आया है 1 month ago
अलबेली यह रात नवेली
कुछ हमसे कहने आई है,
मीठे-मीठे प्यारे-प्यारे
संग में सपने लेकर आई है।
मैं मूंदूँ और खोलूँ पलकें,
नींद नहीं आती फिर भी
जाने क्या खोया है मैंने !
और जाने क्या पाया है,बहुत ही उच्चकोटि की रचना
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neelam singh commented on the post, “गुलदावरी के पुष्प” 1 month ago
Omg…
Kitna achcha likhati h aaap!
Aapka andaz niraala h aapne to bheaaw vibhor kar diya -
neelam singh commented on the post, “नारी का सम्मान” 1 month ago
आपने सच कहा जहां नारी का सम्मान होता है वहां देवता निवास करते है
कहा भी गया है-
यत्र नारी च पूज्यन्ते
रमंते तत्र देवता…
सटीक और सत्य वचन -
neelam singh commented on the post, “नारी का सम्मान” 1 month ago
Happy women’s day pragya ji
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neelam singh commented on the post, “किसान आन्दोलन” 1 month, 3 weeks ago
सच में सरकार कान में तेल डालकर बैठी है
किसान की समस्या सुनने को तैयार नहीं है आखिर भारत देश में किसानों के साथ ऐसा क्यों हो रहा है??? क्या जरूरत थी जो किसान बिल बना ? और यदि बना भी तो जब किसान ही संतुष्ट नहीं तो किस काम का ??? - Load More