आपके आँचल ने समेटा है हमको

जब भी अंधेरों ने लूटा है हमको
आपके आँचल ने समेटा है हमको

…… यूई

Related Articles

उम्मीद

गम के फसाने को तेरी खुशियों ने लूटा , तेरी हर दीद की उम्मीद ने अखियों को लूटा , उजाले की हर किरन को तूनें…

“बिटियाँ . . .”

रब का अनमोल वरदान बिटियाँ हैं | ज़ैसे की, तुफ़ान से टकराता दिया हैं | रिश्तों के मोती तो अक़्सर बिख़र ज़ाते, मगर, दो परिवारों…

Responses

New Report

Close