उसके दर्द को क्या करू बया
उसके दर्द को क्या करू बया …
उसकी रूह की चीखें गूंज रही …
उसके आसुओ का इन्साफ मागने वाले ….
उसे अपना सकेगे ये वो खुद से पूछ रही ….
उसे दिया जिस जिस ने दर्द …
उससे उस दर्द की वजह पूछ रही …
लड़की होने की मिली सजा या …
आजाद खयालो की थी अर्थी …
उसकी रूह की चीखे मेरे कानो में गूंज रही …
उसके दर्द को क्या करू बया ….
मैं भी तो हूँ एक लड़की ……
Gr8…bahut khoob..
Good
Nice