गर फासले बढते है तो बढ जा

गर फासले बढते है तो बढ जायें
यूं करीब रहकर भी हम करीब थे कभी??

Related Articles

आख़िरी इच्छा

कभी कभी सोचती हूँ अगर इस पल मेरी साँसें थम जाये और इश्वर मुझसे ये कहने आये मांगो जो माँगना हो कोई एक अधूरी इच्छा…

हम सब

आओ इस कल्पना की दुनिया में खो जाये हम सब एक हो जाये ये जात पात सब मिट जाये आओ सब अपने दुःख सुख में…

Responses

New Report

Close