गुड मॉर्निंग शायरी

चाय के कप से उठते धुंए में,
तेरी शकल नज़ार आती है,
ऐसे खो जाते है तेरे ख्यालों में,
की अक्सर मेरी चाय ठंडी हो जाती है।

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Responses

  1. चाय के कप से उठते धुँए में शक्ल देख लेने की गहरी संवेदना काबिलेतारीफ है। सुन्दर अभिव्यक्ति

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