ता-जन्म जिस्म छू कर भी
बस मुसकरा कर तेरी आँखें लूटा देती हैं प्यार इतना
ता-जन्म जिस्म छू कर भी ना लूटा पाये कोई इतना
…. यूई
बस मुसकरा कर तेरी आँखें लूटा देती हैं प्यार इतना
ता-जन्म जिस्म छू कर भी ना लूटा पाये कोई इतना
…. यूई
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वाह बहुत सुंदर रचना
Nice
Beautiful