Categories: शेर-ओ-शायरी
Tagged: शायरी

UE Vijay Sharma
Poet, Film Screenplay Writer, Storyteller, Song Lyricist, Fiction Writer, Painter - Oil On Canvas, Management Writer, Engineer
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हुड़दंग करेगे होली में
फिर आज गुलालों के खातिर बदरंग बनेगे होली में । अंग अंग पर रंग सजा हुड़दंग करेगे होली में ।। न जानेगे कितने रंग नये…
तेरा सजदा – 32
तेरा सजदा – 32 कोई पक्षियों को पूज तुझे धियाता कोई पक्षियों को मार तुझे रिझाता ….. यूई
तेरा सजदा – 39
तेरा सजदा – 39 कोई घंटी बजा कर तुझे धियाता कोई ढोल पीट कर तुझे रिझाता ….. यूई
वंदेमातरम् गाता हूँ
नारों में गाते रहने से कोई राष्ट्रवादी नहीं बन सकता। आजादी आजादी चिल्लाने से कोई गांधी नहीं बन सकता। भगत सिंह बनना है तो तुमको…
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