नसीहत
इस भीड़ अपार में,
सैकड़ों – हजार में,
ढूंढ पाना है मुश्किल हमसफर,
छिपा होता है दुश्मन यार में।
नहीं होता जहां में कोई अपना,
साथ छोड़ देते सभी मझधार में।
करते हैैं साथ निभाने का वादा,
पर दिल तोड़ते हैं एतबार में।
गर पूछे कोई, देगा यही नसीहत ‘देव’,
कभी दिल ना लगाना प्यार में।
देवेश साखरे ‘देव’
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Pt, vinay shastri 'vinaychand' - January 3, 2020, 9:08 pm
Nice
देवेश साखरे 'देव' - January 3, 2020, 10:04 pm
Thanks
Abhishek kumar - January 3, 2020, 11:17 pm
Good
देवेश साखरे 'देव' - January 10, 2020, 7:46 pm
Thanks
Kanchan Dwivedi - January 4, 2020, 12:41 pm
Nice
देवेश साखरे 'देव' - January 10, 2020, 7:46 pm
Thanks
NIMISHA SINGHAL - January 5, 2020, 12:31 am
👌👌
देवेश साखरे 'देव' - January 10, 2020, 7:46 pm
Thanks
Anil Mishra Prahari - January 6, 2020, 5:13 pm
बहुत सुन्दर।
देवेश साखरे 'देव' - January 10, 2020, 7:46 pm
धन्यवाद
PRAGYA SHUKLA - January 9, 2020, 8:05 pm
हैप्पी न्यू ईयर सर
देवेश साखरे 'देव' - January 10, 2020, 7:46 pm
Thank u & same to u