बस कीजिए
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शराफत को बस यहीं बस कीजिए ।
मीठा धुआँ है और एक कश लीजिए ।
ये तो उस बेवफा से बेहतर होती है ।
दिल तो जलाती, मगर होंठों पर होती है ।
बेवफा से तो वफा का साथ न मिला,
मगर यह साथ अक्सर होती है ।।
बेवफाई का आलम जिसने देखा है,
कहता फिरेगा हर शख्स लीजिए ।
मीठा धुआँ है और एक कश लीजिए ।
शराफत को बस यहीं बस कीजिए ।।
कहते हैं ले जाता है मौत की ओर।
कम्बख्त जीना चाहता है कौन और ।
अब तो ये जहाँन लगती है विरान,
संभल जाओ वक्त है, हर-शू यही शोर।।
वो क्या जाने हाले-दिल बुरा कहते हैं,
एक बार क्या सरशस लीजिए ।
मीठा धुआँ है और एक कश लीजिए ।
शराफत को बस यहीं बस कीजिए ।।
देवेश साखरे ‘देव’
सरशस- हमेशा
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Pt, vinay shastri 'vinaychand' - November 19, 2019, 10:44 am
वाह
कमाल कर दिए
देवेश साखरे 'देव' - November 19, 2019, 12:29 pm
बहुत बहुत धन्यवाद पंडित जी
Poonam singh - November 19, 2019, 3:55 pm
Bahut khub
देवेश साखरे 'देव' - November 19, 2019, 6:12 pm
धन्यवाद
nitu kandera - November 19, 2019, 4:56 pm
Good
देवेश साखरे 'देव' - November 19, 2019, 6:12 pm
Thanks
राही अंजाना - November 19, 2019, 8:33 pm
बढ़िया
देवेश साखरे 'देव' - November 20, 2019, 12:44 pm
धन्यवाद
NIMISHA SINGHAL - November 20, 2019, 6:16 pm
Wah
देवेश साखरे 'देव' - November 20, 2019, 6:55 pm
Thanks
Abhishek kumar - November 23, 2019, 10:25 pm
छा गये गुरु
देवेश साखरे 'देव' - November 23, 2019, 11:40 pm
धन्यवाद
Abhishek kumar - November 24, 2019, 2:03 pm
कुछ टिप्स दें