Categories: शेर-ओ-शायरी
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जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-9
दुर्योधन भले हीं खलनायक था ,पर कमजोर नहीं । श्रीकृष्ण का रौद्र रूप देखने के बाद भी उनसे भिड़ने से नहीं कतराता । तो जरूरत…
अपहरण
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
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आपकी शायरी में अंतर्निहित मर्म विरह वेदना को सामने लाने में समर्थ है। श्रृंगार के वियोग पक्ष को प्रकट करती यह शायरी बहुत सुंदर है।
सुंदर
विरह वेदना को प्रकट करती सुन्दर पंक्तियां
बहुत ख़ूब।, सुंदर प्रस्तुति
बहुत खूबसूरत
बहुत खूब