भूख

भूखा गरीब का बच्चा अपने गरीब पिता से कहा पापा बहुत भूख लगी है कहीं से रोटी ला दो हमारी पेट की आग बुझा दो…

मंजिल

फिर एक राही मंजिल से भटक गया। सभी उम्मीदें पल में ही टूट गया।। थी जुस्तजू उसे अपना भी कारवाँ होगा। मुकद्दर के पन्नों पे…

मदहोश शाम

ऐ ढलती शाम, ऐ लालिमा बड़ा ताज्जुब है मिजाज के ऐसा तू कभी रंगीन न था बला तो सही उनके दीदार के बाद तू इतना…

आशियाना

आशियाना ढूँढ रही हूँ इस प्रकृति के संसार में । कहीं तो होगा मेरा आशियाना इस हरे भरे संसार में ।। बरसात से दोस्ती कर…

मेरे लिए

कब से उठाए बैठी हूँ अपनी घूंघट उनके दीदार के लिए । एक वो है ख्वाबों में आशियाना तलाशते है मेरे लिए।।

अंधेरा

चारो तरफ अंधेरा ही अंधेरा है लगता है वहाँ किसी का बसेरा है फिर वही पुरानी दस्तक आखिर वहाँ कौन खड़ा है यह राज कहीं…

संग संग

जी चाहता है चाँद के संग संग मैं भी चलूं। मगर सितारे कहते है क्या मैं उदास हो जाउँ।। सदियों से मैं संग संग रहा…

गोधूलि

ए ढलती गोधूलि के बेला मन को मोह लेती है हमारी ख्यालों में नयी उर्जा भर देती है हम इसी उर्जे के सहारे आने वाले…

🌹 (गुलाब)

फेंक कर गुलाब 🌹 मेरे मुंह पे, मेरी मुहब्बत को गुमान की कसौटी पे तौला न करो । माना कि तेरी महफिल में, मेरी क्या…

दिलजले

सोचती हूँ कल तुम क्या थे आज क्या हो गए हो पहले तो कहा करते थे चौदहवीं के चाँद हो तुम मेरी धड़कन की साज…

फुर्सत

एक सुबह चाय ने मुझ से कहा फुर्सत हो तो क्यों नहीं बैठ जाते। तुम्हारे मन मस्तिष्क को हम अंदरुनी ताजगी से भर देते।।

नूर महल

रौशनी से नहा रहा है आज नूर महल, मुद्दत बाद निकला है चाँद मेरे शहर मे । ए फीज़ा तुझे है काली घटा की कसम,…

टक्कर

हम भी एक महल बनाए है उलफत के सरज़मीं पे महफूज रहे मेरा महल इसीलिए वफा की चादर ओढा़या है हमने महल पे । देखें…

बसंत बहार

बरसेगी धरती पे कब सावन के फुहार। बता ए घटा कब आएगी बसंत बहार।। मोर पपीहा भी मिलन के गीत गुनगुनाने लगे। मन के बगिया…

विचार

हम तुम पले बढ़े अपने ही देश की छाँव में। फिर क्यों दरार पड़ी आज अपने ही विचार में।। अपनी इनसानियत को तो चंद सिक्के…

दो गज़ ज़मीन

अश्कों के समंदर में ए खुदा मुझे सिर्फ दो गज ज़मीन दे दे। गर करने लगे वह अपनो से बेवफ़ाई तब,ज़माना मुझे उसी में दफ़ना…

नियत

काली मुलायम उड़ती जुल्फें तेरी, इश्कबाज़ों पे कयामत ढाती है। जब चले तू खुली वादियो में, घटा की नियत भी बदलती है।।

मैं

दिन रात शराब पी कर तंग आ गया हूँ मैं। बेवफा की नशा उतरता ही नहीं क्या हो गया हूँ मैं।। कभी इश्क़ से कोसो…

मधुशाला

मधुशाला में ताला न लगाइए अभी नशा चढ़ा ही नहीं। कुछ यादें और ताजा होने दीजिए अभी तक पैमाने को लब से लगाया ही नहीं।।

मरहम

यादों की मरहम भी क्या मरहम है। बेरहम भी मरहम पर जीने लगे है।। काश.. यह मरहम मर्ज़ नहीं होते। हम और आप आज कैसे…

करोना चालीसा

हे करोना दुःख के गागर। जय महाकाल मृत्यु के सागर।। जय करोना देव गोंसाई। जो भजा वह जान गंवाई।। बल में कहलाए बलधामा। काल पुत्र…

करोना चालीसा

हे करोना दुःख के गागर। जय महाकाल मृत्यु के सागर।। जय करोना देव गोंसाई। जो भजा वह जान गँवाई।। काल करोना हर्ष उड़ आए। दिव्य…

करोना चालीसा

हे करोना दुःख के गागर। जय महाकाल मृत्यु के सागर।। जय करोना देव गोंसाई। जो भजा वह जान गँवाई।। काल करोना हर्ष उड़ आए। दिव्य…

करोना चालीसा

हे करोना दुःख के गागर। जय महाकाल मृत्यु के सागर।। जय करोना देव गोंसाई। जो भजा वह जान गंवाई।। काल करोना हर्ष उड़ आए। दिव्य…

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