माँ गंगा

माँ गंगा तुम्हे नमन,
चूमू तेरे चरण

तेरी लहरों से शीतलता आये,
लगे यु माँ का आँचल

चारो दिशा धारा बहती
करती हैं कल कल कल

-विनीता श्रीवास्तव(नीरजा नीर)-

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