मां का हाथ

ख्वाहिशों के जुगनू भी
बंद कर दिए जाते हैं बोतल में
जब मुकद्दर रूठ जाता है
और जिंदगी भी मुंह फेर लेती है
जब मां का हाथ सिर से उठ जाता है।

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