Categories: शेर-ओ-शायरी

Abhishek Tripathi
Hi everyone. This is Abhishek from Varanasi.
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दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
कविता : मोहब्बत
नदी की बहती धारा है मोहब्बत सुदूर आकाश का ,एक सितारा है मोहब्बत सागर की गहराई सी है मोहब्बत निर्जन वनों की तन्हाई सी है…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
ख्याब टूटी, दुनिया लूटी, बिखड़े सभी सहारे ।
ख्याब टूटी, दुनिया लूटी, बिखड़े सभी सहारे । अपनों ने गैर कहा, और गैरों ने अपने । । यहीं है, जहां की दस्तुर पुरानी, बची…
प्रधानमंत्री जी नरेंद्र मोदी जी की 69 वे जन्मदिवस पर कविता
आसमान में उगता सूरज दिखता है , स्वर्णिम भारत का सपना, फिर सच्चा होता दिखता है। हुकुमत शाही अफसरों ने त्यागी, कर्म योग की अब…
nice one
Aabhar 🙂
Me and this article, sitting in a tree, L-E-N-R-N-I-A-G!
Assalamualaikum.saya dah semak,Alhamdulillah dapat.tapi dalam slip saya di ruangan tempat yg bakal saya ditemuduga kosong.knp ya?mcm mana saya nak tahu?maaf,mohon penjelasan.
वाह