Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
बहुत सुंदर
धन्यवाद
अति सुन्दर।
Jay ho
Very nice
,wah
Sundar
Nice
Good