साथ न देती

नित भाव मन मे उमड़ रहे है
किन्तु लेखनी साथ न देती।
खुशबू है चहुँओर बिखरने को तैयार
पर ये बेवफा पवन साथ न देती।।

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खुशबू

नित भाव मन मे उमड़ रहे है किन्तु लेखनी साथ न देती। चहुँओर खुशबू को है बिखरना परन्तु सरल समीर साथ न देती।।

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

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