Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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नव प्रभात
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अति सुन्दर
Shukriya 🙏🏼
भावपक्ष और कलापक्ष दोनों 👌👌
Shukriya sir
वेलकम
घनी काली भी और चांदनी भी
ये कैसी रात है।
तारों की बरसात है वाह क्या बात है!!