Categories: शेर-ओ-शायरी
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ठान लूँ गर
ठान लूँ गर मैं तो कुछ भी कर सकती हूँ ठान लूँ गर मैं तो असंभव भी संभव कर सकती हूँ ठान लूँ गर मैं…
वो कष्ट से प्यार नहीं कर सकती
वो ज्यादा तो नहीं जानती व्यवहारिकता भी नहीं जानती वो सिर्फ इतना जानती है , कि वो कष्ट से प्यार नहीं कर सकती । शाम…
गफलत
जो भी जी में आए फेकिए जनाब तवा पे अपनी रोटी सेकिए जनाब गाय के नाम पे इंसानों को बाँटिए फिर तमाशा गौर से देखिए…
शूरवीर
आज फिर गूँज उठा कश्मीर सुन कर ये खबर दिल सहम गया और घबरा कर हाथ रिमोट पर गया खबर ऐसी थी की दिल गया…
वह बच सकती थी!!!
वह बच सकती थी!!! वह बच सकती थी अगर वह चिल्ला सकती उस दिन जब खेल खेल में किरायेदार अंकल उसे गोद मे उठा दुलारने…
वाह
Wow
Sahi baat.
वाह बहुत सुंदर
सही कहा
,😍