Categories: शेर-ओ-शायरी
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हिन्दी कविता – ये राजनीती है | न कोई सिद्धान्त न ईमान ये राजनीति है | न कोई भगवान न शैतान ये राजनीति है |…
भोजपुरी कविता- राजनीति होखे के चाही |
भोजपुरी कविता- राजनीति होखे के चाही | केहु मरे चाहे जिये राजनीति होखे के चाही | केहु आबरू लूट जाये राजनीति होखे के चाही |…
लेख
कर सकें तो मदद करें मजदूर पर राजनिति नहीं आये दिन देखने को मिल रहा है सभी राजनीति पार्टियां मजदूरों पर राजनीति करने के लिए…
देश की राजनीति बीमार है
चारों तरफ से लोगों ने शोर मचाया हर अख़बार और टीवी चैनल पर आया देश का हर एक नागरिक चिल्लाया देश में चढ़ा कैसा ये…
”बदलती राजनीति”
बदलते राजनीति से मेरी कलम भी मज़बूर हुईं।। ना चाहते हुए भी मेरे विचारों में शामिल हुई।। राजनीति बदल रही है.. हर आँख में मटक…
wow..rightly said
Bahut khoob
वाह
Nice
Good
Nice one
Good