खुश रहो आगे बढ़ो

खुश रहो आगे बढ़ो
स्वयं को व्यस्त रखो,
सभी से प्यार करो
तनाव दूर रखो।
अपनी मंजिल को चलो
सच्चे प्रयास करो,
डरो तो सच से डरो
नहीं बाकी से डरो।

Related Articles

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

कुछ नया करते

चलो कुछ नया करते हैं, लहरों के अनुकूल सभी तैरते, चलो हम लहरों के प्रतिकूल तैरते हैं , लहरों में आशियाना बनाते हैं, किसी की…

भाई खुश हो

कविता-भाई खुश हो ————————– भाई खुश हो, आज तुम्हारा जन्मदिन है, मैं तो तुमसे दूर हूं मेरा आशीष तुम्हारे साथ है, प्यार मिले , सत्कार…

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

Responses

  1. तनाव को दूर रखना बहुत ज़रूरी है ज़िन्दगी में। तनाव ही आधी व्याधियों की जड़ है । इसलिए ख़ुश रहना चाहिए और अपने लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाना चाहिए ।बहुत अच्छी शिक्षा देती हुई रचना है सतीश जी

    1. आपके द्वारा की गई यह बेहतरीन समीक्षा सचमुच प्रेरक और उत्साहवर्धक है। बहुत बहुत धन्यवाद, सादर अभिवादन।

+

New Report

Close