Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
Tags: गुरु पर कविता हिंदी में
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मैं हूँ नीर, आज की समस्या गंभीर मैं सुनाने को अपनी मनोवेदना हूँ बहुत अधीर , मैं हूँ नीर जब मैं निकली श्री शिव की…
शिक्षा ग्रहण करो, संत ज्ञानेश्वर भीमराव बनो
शिक्षा ग्रहण करो,संत ज्ञानेश्वर भीमराव बनों —————————————————- यदि मन में अभिलाषा है किसी विशेष कार्य, वस्तु ,लक्ष्य, पद प्रतिष्ठा के लिए और धरातल पर कोई…
शिक्षा क्या है
कविता- शिक्षा क्या है —————————— शिक्षा जो कोई लेकर चलता, उसको शिक्षा ले चलती है| मान प्रतिष्ठा धन वैभव देती है। जीवन का मार्ग सुगम…
शिक्षा पर हो सबका अधिकार
शिक्षा सबके लिए जरूरी, शिक्षा बिन ज़िन्दगी अधूरी। शिक्षा से ही है सम्मान, शिक्षित की एक पृथक पहचान। शिक्षा समृद्धि की कुंजी है, शिक्षा से…
दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
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