घमंड में गुरुर में हम
नींद में सपने में हम
जाने कहाँ खो जाते हैं
जो कभी देखा नहीं हो
उस जगह हो आते हैं।
घमंड में गुरुर में हम
इस कदर गिर जाते हैं
गरीब भी इंसान है
इस बात को भूल जाते हैं।
नींद में सपने में हम
जाने कहाँ खो जाते हैं
जो कभी देखा नहीं हो
उस जगह हो आते हैं।
घमंड में गुरुर में हम
इस कदर गिर जाते हैं
गरीब भी इंसान है
इस बात को भूल जाते हैं।
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👌👌👌
Thanks ji
बहुत खूब
धन्यवाद जी
Good
Thanks ji
सुन्दर काव्य
धन्यवाद जी
sundar
सादर आभार
वाह
Thanks
सही कह रहे हैं आप मैं सपने में पता नहीं कहां-कहां शॉपिंग कर आती हूं?
वाह,
अतीव सुन्दर
Thanks
Nice
Thanks