Categories: मुक्तक
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दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
सयाना गधा
गधा अब गधा नहीं रहा, खुद को घोड़ा समझ रहा। अपना काम करो मत उलझो, गधा को गधे को गधा कह रहा।। ✍महेश गुप्ता जौनपुरी
काबुल में गधे
आत्मचिंतन करो लोगों पर ना हंसो, दुनिया के दुःख दर्द को तुम समझो। काबुल में गधे भी होते हैं मेरे दोस्त, गधे घोड़े के बातों…
प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…
गधा
गधा ही गधे को ट्रेनिंग दे रहा है, कहां से घोड़ा दौड़ा में आये । चुनो कितना भी सोच विचार कर, चुनाव खत्म होते ही…
Nice
👌👌
Not good