तेरी यादें..
सारी रात लड़े हम तेरी यादों से
सारी रात बहस करी तेरे वादों से
और सुबह तेरे मीठे सपनों ने सुला दिया…
*****✍️गीता *****
सारी रात लड़े हम तेरी यादों से
सारी रात बहस करी तेरे वादों से
और सुबह तेरे मीठे सपनों ने सुला दिया…
*****✍️गीता *****
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ये हुई ना जबरदस्त कविता। कविता हो तो ऐसी हो। साहित्य की प्रचुरता है इसमें। यही आपको खास कवि सिद्ध करता है।
Thanks for your precious compliment Ramesh ji.🙏
वाह जी वाह, बहुत सुंदर
Thank you so much Isha ji 💐 Thanks for your lovely comment.
सुन्दर अभिव्यक्ति
Thank you very much Suman ji
वाह वाह
Thank Allot bhai ji 🙏
Wow, आपका क्या कहना। waah
Thank you very much Kamla ji.very much obliged to you.
अति ही सुंदर
आपका सादर धन्यवाद सर 🙏
अतिसुन्दर भावाभव्यक्ति।
और सुबह तेरे मीठे सपनों ने सुला दिया…
गागर में सागर भरते हुए सकारात्मकता की ओर ले जाती बेहतरीन पंक्तियाँ । इस विलक्षण लेखन प्रतिभा की जितनी सराहना की जाए वह कम है।
आपकी सुंदर समीक्षा और कविता के भाव को समझने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर । प्रेरक समीक्षा हेतु आपका हार्दिक आभार 🙏
वाह वाह बहुत सुंदर
Thank you seema
सुंदर अभिव्यक्ति
Thank you Mohan ji
बहुत उम्दा पंक्तियां
Thank you very much