Categories: शेर-ओ-शायरी
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एक ग़ज़ल
एक ग़ज़ल जो मेरे बेहद अज़ीज़ दोस्त को समर्पित है …. _________________________________ तुम्हारे चाहने वाले को क्यों आहें मयस्सर हैं ? नमी आँखों में लब…
दौलत
कोई ज़मीं बेचता, कोई आसमां बेचता । दौलत के नशे में चूर, ये ज़हां बेचता । कब परवान चढ़ा, मोहब्बत मुफ्लिशी का, दौलत मोहब्बत का…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
लोहड़ी की बहार है
खुशियाँ अपार है प्यार का त्योहार है। वेहरे बीच आग जली लोहड़ी की बहार है।। गैया का गोबर पाथ-पाथ पाथी लिया बनाय। सुक्खा लक्कड़ काट-काट…
छंद कुण्डली कर्म
खाने सोने में रहे, जीवन लोग गंवाय उन्नति देखी और की, सिर धुन धुन पछिताय सिर धुन धुन पछिताय, काम कुछ करिए ऎसा जगत करे…
Good
Nice
थैंक्स
क्या बात है !सर