नफ़रत

नफ़रत की फनस को आओ पैरों से रौंदे,
खुशीयों की झलक को आओ मिलकर जी ले,
मेरा देश मेरा वतन है प्यार सिखाता,
नफ़रत को प्यार में बदल कर आओ जी ले।।

✍महेश गुप्ता जौनपुरी

Related Articles

#‎_मेरा_वाड्रफनगर_शहर_अब_बदल_चला_है‬

‪#‎_मेरा_वाड्रफनगर_शहर_अब_बदल_चला_है‬ _______**********************__________ कुछ अजीब सा माहौल हो चला है, मेरा “वाड्रफनगर” अब बदल चला है…. ढूंढता हूँ उन परिंदों को,जो बैठते थे कभी घरों के…

Responses

+

New Report

Close