बेबसी का सैलाब

बेबसी का सैलाब कुछ ऐसा आया ,
सब रिश्तों को बहा ले गया,
तंगी कुछ ऐसी हुई कि,
हर कोई हमसे; तंग-सा हो गया,
और जनाब!कोरोना तो वैसे ही;
हैं बदनाम ;आजकल
कोरोना से बुरा तो ,
हमारा वजूद हो गया।

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Responses

  1. सुन्दर अभिव्यक्ति ।
    कोरोना का कहर ही कुछ ऐसा है
    जीवन ही अपना छलावा जैसा है

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