Categories: शेर-ओ-शायरी
Abhishek Tripathi
Hi everyone. This is Abhishek from Varanasi.
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दोस्ती से ज्यादा
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इकरार भी हो जाता ग़र तुम ठहरते उधर जरा और
खुदा के घर में देर है, अंधेर नहीं !
haha.. dhanyavad ,.. aabhar
nice lines!
Badhiya …1
thank u sir..
Good
बहुत खूब