Categories: मुक्तक
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दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34
जो तुम चिर प्रतीक्षित सहचर मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष तुम्हे होगा निश्चय ही प्रियकर बात बताता हूँ। तुमसे पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…
जंगे आज़ादी (आजादी की ७०वी वर्षगाँठ के शुभ अवसर पर राष्ट्र को समर्पित)
वर्ष सैकड़ों बीत गये, आज़ादी हमको मिली नहीं लाखों शहीद कुर्बान हुए, आज़ादी हमको मिली नहीं भारत जननी स्वर्ण भूमि पर, बर्बर अत्याचार हुये माता…
कोरोनवायरस -२०१९” -२
कोरोनवायरस -२०१९” -२ —————————- कोरोनावायरस एक संक्रामक बीमारी है| इसके इलाज की खोज में अभी संपूर्ण देश के वैज्ञानिक खोज में लगे हैं | बीमारी…
श्रद्धेय स्वामी विवेकानंद
“श्रद्धेय स्वामी विवेकानंद पर कविता” उतरा वह जहाज से अपने रेत में ऐसे लोट गया जैसे बरसों से बिछड़ा बच्चा हो मां की गोद गया…
आर्यन के जीवन की एक यादगार घटना *
*आर्यन सिंह ” शनि भैया ” के जीवन की एक खास घटना * जब वह अपने प्रिय वेदांताचार्य स्वामी आधार चैतन्य से मिले .* आर्यन…
बहुत खूब अति सुंदर पंक्तियां
राष्ट्रीय एकता पर बहुत ही प्यारी पंक्तियां लिखी हैं आपने
बहुत खूब