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जंगे आज़ादी (आजादी की ७०वी वर्षगाँठ के शुभ अवसर पर राष्ट्र को समर्पित)
वर्ष सैकड़ों बीत गये, आज़ादी हमको मिली नहीं लाखों शहीद कुर्बान हुए, आज़ादी हमको मिली नहीं भारत जननी स्वर्ण भूमि पर, बर्बर अत्याचार हुये माता…
राष्ट्रकवि:- रामधारी सिंह दिनकर’ को नमन
दिनकर ऐसा सूर्य है जिसने हिन्दी जगत को अपनी लेखनी की किरणों से चमकाया देशहित में लिखकर देश का गौरव खूब बढ़ाया जिनके सूर्यातप के…
राष्ट्र का नेता कैसा हो?
राष्ट्र का नेता कैसा हो? जो रहें लिप्त घोटालों में, जिनके चित बसे सवालों में, जिह्वा नित रसे बवालों में, दंगा झगड़ों का क्रेता हो?…
आजादी
आजादी के इतने वर्षों बाद भी, आजादी को हम जूझ रहे आज भी ।। कभी नक्सलियों, आतंकियों से आजादी, कभी रिश्वतखोरों, भ्रष्टाचारियों से आजादी ।…
हिन्दी दिवस आज आया
हिन्दी दिवस की हार्दिक बधाई | कविता- हिन्दी दिवस आज आया | हिन्दी दिवस आज आया ,सरे हिन्द परचम लहराया | हर भाषा की सरताज…
आपकी रचना अद्वितीय है..
आपका प्रेम हर कवि
के लिए समान है
आपको मैं दिसम्बर
से जानती हूं कभी कोई
ऊंच-नीच नहीं देखी
आपके स्वभाव में.
धन्यवाद
आपकी कविता बहुत सुन्दर है भाई जी एक कवि का दूसरे कवि के प्रति सम्मान देखकर बहुत अच्छा लगा। रामधारी सिंह दिनकर जी के जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ।
सुन्दर अभिव्यक्ति
बहुत सुंदर पंक्तियां