लायक
रोया हूं बहुत चादर में मुंह छुपा कर के,
लायक हूं ना लायक नहीं,
जो मरा नहीं किसी के प्यार में,
गले में रस्सी का फंदा लगा करके|
वह छोड़ दी तो कोई बड़ी बात नहीं,
मेरे साथ मेरा परिवार है ,
इससे बड़ी कोई बात नहीं|
प्यार करने के लिए बहन भाई मां बाप है-
जिसे मैं समझूं ओ मुझे न समझे
उससे बड़ा कोई मूर्ख नहीं|
सुन्दर अभिव्यक्ति
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प्यार करने के लिए बहन भाई मां बाप है-
सुन्दर पंक्तियाँ
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True
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Nice
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बहुत सुंदर रचना है
“वह छोड़ दी ‘के स्थान पर “वह छोड़ गई ‘होना चाहिए था।
हिंदी में इन दोनों वाक्यों के अर्थ में बहुत अंतर है।
शेष कविता बहुत खूबसूरत है।
सुझाव के लिए हृदय से धन्यवाद
Thank you
सुन्दर अभिव्यक्ति